गूगल क्रोम ऑपरेटिंग-सिस्टम
इन दिनों गूगल ऑपरेटिंग-सिस्टम को लेकर चर्चा जोरों पर है वैसे “गूगल ओ-एस” जिसे की क्रोमियम ओ-एस नाम से जाना जाता है एक ऑपन सोर्स प्रोजक्ट है जिसका उद्देश्य ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम बनाना है जो की सरल, तीव्र और ज्यादा सुरक्षित कंप्यूटिंग अनुभव दे सके उन लोंगों के लिए जो अपना काफी समय अन्तर्जाल पर बिताते हैं।
गूगल ने पहली बार क्रोमियम ओ-एस जो की क्लाउड आधारित ओ-एस है के बारे में पिछले साल जुलाई में घोषणा की थी, पर उस समय यह थोड़ा अवास्तविक सा था, पर अब हालात बदल गए हैं। क्रोम डवलपर फोरम्स के अनुसार क्रोम ओ-एस का वर्तमान संस्करण जो की रिलीज-कैंडिडेट के नाम से है और यह फ़ाइनल संस्करण है की, इस साल अंत तक आने की पूरी सम्भावना है एक साइट को दिए अपने विवरण में गूगल ने कहा: की वे क्रोम ओ-एस की प्रगति को लेकर बहुत खुश हैं और अपेक्षित उपकरण के साथ क्रोम ऑएस इस साल अंत तक जारी कर दिया जाएगा।
पर एक निराशाजनक बात यह है की क्रोम ओ-एस गूगल के अनुसार सामान्य रूप से डाउनलोड के लिए जारी नहीं होगा. यह उसके साझेदार द्वारा बनाये विशिष्ट हार्डवेयर पर ही आएगा.
ज्यादा जानकारी यहाँ है
तकनीकी दृष्टी से क्रोम ओ-एस में तीन मत्वपूर्ण घटक होतें हैं : क्रोमियम आधारित ब्राउज़र और विंडो मैनेजर, फर्मवेयर, सिस्टम-लेवल-सॉफ्टवेयर और यूजर-लेन्ड-सर्विस: द कर्नल, ड्राइवर, कनेक्शन मैनेजर, और क्या इसे क्रोम ओ-एस को और बेहतर बनाने के लिए ही नए रूप में जारी किया गया है जिससे की जो भी कमी रह गयी है वो भी पूरी की जा सके, मुझे तो ऐसा ही लगता है .
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